मापक यंत्र एवं उनके उपयोग (mapak yantra avan unke upyog)

मापक यंत्र (measuring instruments)

मापक यंत्र किसे कहते हैं ?

1 मापक यंत्र वे उपकरण होते हैं जिनका उपयोग किसी राशि की माप  के लिए किया जाता है।
वह यंत्र जो किसी चीज की सीमा या मात्रा या परिमाण या डिग्री दिखाता है, मापक यंत्र कहलाता है ।
(Instrument that shows the extent or amount or quantity or degree of something, known as measuring instrument.

ये उपकरण साधारण वस्तुओं जैसे पटरी(Scale) और स्टॉपवॉच से लेकर इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी तक हो सकते हैं।

मापक यंत्र एवं उनके उपयोग

एयरोमीटर (Aerometer) – इस उपकरण का प्रयोग वायु एवं गैस का भार तथा घनत्व ज्ञात करने के लिए किया जाता है।

अमीटर (Ammeter) – इस उपकरण का उपयोग विद्युत धारा को मापने के लिए किया जाता है।

अल्टीमीटर (Altimeter) – इस उपकरण का उपयोग उड़ते हुए विमान की ऊंचाई मापने के लिए किया जाता है।

एनीमोमीटर (Anemometer) – इस उपकरण का उपयोग हवा की शक्ति तथा गति को मापने के लिए किया जाता है।

ऑडियोमीटर (Audiometer) – यह उपकरण ध्वनि की तीव्रता (Sound intensity) मापने के काम आता है।

बैलिस्टिक गैल्वेनोमीटर (Ballistic Galvanometer) – इस उपकरण का उपयोग लघु धारा (माइक्रो एम्पियर) को मापने में किया जाता है।

बैरोग्राफ (Barograph)- इस उपकरण के द्वारा वायुमंडलीय दाब में होने वाले परिवर्तन को मापा जाता है। बैरोग्राफ, समय के साथ वायुमंडलीय दाब में होने वाले परिवर्तन का ग्राफ के रूप में रिकॉर्ड रखता है। जिससे मौसम के पूर्वानुमान में सहायता मिलती है।

बैरोमीटर (Barometer) – यह उपकरण वायु दाब (वायुमंडलीय दाब) मापने के काम आता है।

कैलीपर्स (Calipers) – इस उपकरण के द्वारा बेलनाकार वस्तुओं के अंदर तथा बाहर के व्यास मापे जाते हैं तथा इससे वस्तु की मोटाई भी मापी जाती है।

कैलोरीमीटर (Calorimeter) – यह ताबे का बना हुआ उपकरण होता है । इसका उपयोग रासायनिक अभिक्रियाओं की ऊष्मा मापने, या भौतिक परिवर्तनों की ऊष्मा मापने या ऊष्मा धारिता मापने के लिये किया जाता है।

कार्डियोग्राम (Cardiogram) – इस उपकरण के द्वारा हृदय गति की जांच की जाती है । इसे इलेक्ट्रो कॉर्डियोग्राम के नाम से भी जाना जाता है।

क्रोनोमीटर (Chronometer) – यह उपकरण जलयानों पर लगाया जाता है इससे बिल्कुल सटीक समय का पता चलता है।

डेनसिटोमीटर (Densitometer) – इस उपकरण का उपयोग घनत्व मापने में किया जाता है।

डायनमोमीटर (Dynamometer) – इस उपकरण का उपयोग इंजन द्वारा उत्पन्न की गई शक्ति को मापने में किया जाता है।

फैदोमीटर (Fathometer) – इस यंत्र का उपयोग समुद्र की गहराई मापने के लिए किया जाता है।

गैल्वेनोमीटर (Galvanometer) – इस यंत्र का उपयोग छोटे विद्युत परिपथों (Electrical Circuits) में विद्युत धारा की दिशा एवं मात्रा ज्ञात करने के लिए किया जाता है।

गाइगर मूलर काउन्टर (Geiger-Muller Counter) – इस उपकरण का उपयोग रेडियोएक्टिव स्त्रोत के विकिरण को पहचानने एवं गणना करने के लिए किया जाता है।

ग्रैवीमीटर (Gravimeter) इस उपकरण की सहायता से ग्लेशियरों के किनारे पर समुद्री जल से भरी गुहाओं के आकार को मापा जाता है।

जायरोस्कोप/घूर्णाक्षदर्शी (Gyroscope) – इस उपकरण की सहायता किसी वस्तु या गतिमान वस्तु की कोणीय स्थिति (झुकाव)/ को मापा जाता है।

हाइड्रोमीटर (Hydrometer) – इस उपकरण की सहायता से द्रवों का आपेक्षिक घनत्व ज्ञात किया जाता है।

हाइड्रोफोन (Hydrophone) – यह उपकरण पानी के अंदर ध्वनि तरंगों की गणना करने के काम आता है।

हाइग्रोमीटर (Hygrometer) – इस उपकरण का उपयोग वायुमंडल और मिट्टी में उपस्थित आद्रता मापने के लिए किया जाता है।

स्क्रुगेज (screw gauge) – इस उपकरण का प्रयोग बारीक तारों के व्यास मापने के लिए किया जाता है।

मैनोमीटर (Manometer) – इस उपकरण का उपयोग द्रव या गैसों का दबाव मापने के लिए किया जाता है।

माइक्रोमीटर (Micrometer) – माइक्रोमीटर, एक प्रकार का पैमाना होता है इसकी सहायता से एक मिमी. के हजारवें भाग को मापा जा सकता है।

ऑडोमीटर (Odometer) – इस यंत्र से पहिए वाली गाड़ी द्वारा चली गई दूरी को मापा जाता है । दूसरे शब्दों में इस यंत्र द्वारा किसी वाहन द्वारा चली गई दूरी को मापा जाता है, जैसे कार, बाइक आदि।

पायरोमीटर (Pyrometer) – इस यंत्र द्वारा दूर स्थित वस्तुओं के तापमान को मापा जाता है।

रेन गेज (Rain Gauge) – इस यंत्र द्वारा किसी स्थान पर हुई वर्षा की मात्रा को मापा जाता है।

रेडियोमीटर (Radiometer) – इस यंत्र का उपयोग विकिरण ऊर्जा (Radiant energy) को मापने के लिए किया जाता है।

सेक्सटेंट (Sextant)इस उपकरण की सहायता से दो दृश्यमान वस्तुओं के बीच की कोणीय दूरी को मापा जाता है।

स्पीडोमीटर (Speedometer) – इस यंत्र की सहायता से किसी वाहन की गति को मापा जाता है। यह आमतौर पर वाहनों में ऑडोमीटर के साथ लगा होता है।

विस्कोमीटर (Viscometer) – इस उपकरण से द्रवों की श्यानता मापी जाती है।

एक्टिनोमीटर (Actinometer) – इस उपकरण की सहायता से सूर्य की किरणों की तीव्रता को मापा जाता है।

टेकोमीटर (Tachometer) – यह यंत्र इंजन की शाफ़्ट या किसी डिस्क की घूर्णन गति को मापता है । यह यंत्र किसी इंजन की गति को RPM (Revolution per minute) में मापता है ।

यह पोस्ट आपको कितना Helpful लगी कमेंट बॉक्स में कमेंट कर आप बता सकते हैं। और आप हमें अपनी सलाह भी दे सकते हैं आपके कमेंट और सलाह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

धन्यवाद!

I'm passionate about sharing knowledge and making information accessible to everyone. Through this blog, I aim to provide high-quality study materials and resources to help you excel in your academic journey.

2 thoughts on “मापक यंत्र एवं उनके उपयोग (mapak yantra avan unke upyog)”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *